VIX
• VIX S&P 500 ऑप्शन की इम्प्लाइड वोलैटिलिटी से बनता है, इसे “फियर गेज” कहते हैं।
• यह अगले 30 दिनों की वार्षिकीकृत वोलैटिलिटी बताता है। उदाहरण: VIX = 22 का मतलब है कि ±22% वार्षिक रेंज की 68% संभावना है।
• उपयोग:
o सेंटिमेंट ट्रैक करना: VIX > 30 = ब्याज/डर; < 20 = शांतिपूर्ण मार्केट ।
o हेजिंग व ट्रेडिंग: VIX Futures/ETFs (जैसे VXX, SVXY) के जरिए वोलैटिलिटी ट्रेड करना संभव है।
1. VIX क्या है? 📊
• VIX, जिसे “फियर गेज” भी कहते हैं, S&P 500 इंडेक्स विकल्पों से निकली 30 दिन की इम्प्लाइड वोलैटिलिटी को मापता है।
• यह दाखिल करता है कि बाज़ार अगले 30 दिनों में कितनी तेजी/उथल पुथल की उम्मीद कर रहा है।
2. VIX कैसे कैलकुलेट होता है?
• यह S&P 500 कॉल और पुट ऑप्शन्स के बोल-बिड कीमतों का भारित औसत होता है, जिनकी एक्सपायरी 23–37 दिनों में होती है ।
• CBOE इसका एक कानूनी फॉर्मूला इस्तेमाल करता है, जो वार्षिकीकृत वोलैटिलिटी प्रदर्शित करता है ।
3. VIX का महत्व और इंटरप्रिटेशन
• VIX सामान्यतः स्टॉक्स की इन्वर्स मूवमेंट के साथ चलता है:
o जब S&P 500 गिरता है → VIX बढ़ता है,
o और जब मार्केट स्थिर है → VIX शांत रहता है ।
• High VIX (30+): डर और तेज़ी → आम तौर पर सेलिंग इमोशन बढ़ जाता है
• Low VIX (<20): सुकून और कॉम्प्लेसेंसी, कभी-कभी मार्केट ओवरबॉट हो सकता है ।
4. VIX का उपयोग कैसे करें?
(A) जोखिम और सेंटिमेंट मापन
• Portfolio Hedge: VIX derivatives (जैसे VIX futures, options, ETNs) से डर के समय जोखिम कम किया जा सकता है ।
• Contrarian Indicator: बहुत अधिक VIX → मार्केट नीचे पहुँच सकता है; बहुत कम VIX → गिरावट आने का संकेत ।
(B) VIX ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी
• STRADDLE/STRANGLE: VIX ऑप्शंस और फ्यूचर्स के साथ स्ट्रैटेजीज बनाई जाती हैं ।
• VIX CALL/PUT ऑप्शंस:
o Call खरीदना जब बढ़ती वोलैटिलिटी की उम्मीद हो।
o Put खरीदना जब ऐसा लगता है कि वोलैटिलिटी गिरने वाली है ।
5. वास्तविक दुनिया का उदाहरण
• April 2025 में VIX ने 40+ पार की — पहली बार COVID 19 के बाद;
एक रणनीतिक निवेशक ने VIX Put ऑप्शंस खरीदे और जब VIX गिरकर ~23.8 हुआ → मुनाफा लिया ।
यह दिखाता है कि VIX बहुत ऊँचा → जल्दी गिरने की संभावना होती है।
6. उपयोगी टिप्स
• VIX derivatives में mean reversion की ताकत उपयोगी होती है — समय के साथ यह सामान्य स्तर (20 के आसपास) लौट आता है ।
• टर्म स्ट्रक्चर का ध्यान रखें — Futures curve का फ्लैट होना मार्केट में डर का संकेत हो सकता है ।
• ETNs/ETFs जोखिम से अवगत रहें: वे स्पॉट VIX को ट्रैक नहीं करते, लिवरेज और रॉलओवर की वजह से लॉन्ग टर्म में “volatility lag” उठा सकते हैं ।